परिणामों के प्रमाण ने सीएम धामी नेतृत्व पर फिर लगाई मुहर, राज्य की GSDP में 24 गुना ओर प्रति व्यक्ति आय में 17 गुना बढ़ोतरी…
सुनियोजित कार्ययोजना के साथ उत्तराखंड के विकास को गति देने में सक्षम दिखाई देने वाले मुख्यमंत्री धामी ने फिर परिणाम को आंकड़े के साथ बयां किया हैं राज्य के विकास की आर्थिक प्रगतिशीलता पिछले चौबीस सालों में शीर्ष की ओर बढ़ रही है रोजगार के अवसरों के साथ प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है…
राज्य का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) 24 गुना इजाफा हुआ है, जबकि प्रति व्यक्ति आय में भी 17 गुना इजाफा हुआ है. राज्य गठन के बाद उत्तराखंड ने अपनी अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने और लोगों की जीवन गुणवत्ता में सुधार करने की दिशा में लगातार प्रगति की है. वर्ष 2000 में उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था का आकार 14 हजार 501 करोड़ रुपये था, जबकि 2023-24 में यह बढ़कर 3 लाख 46 हजार करोड़ रुपये हो गया है. राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार, उत्तराखंड की जीएसडीपी में यह वृद्धि राज्य की समृद्धि को दर्शाती है
प्रति व्यक्ति आय में हुई बड़ी बढ़ोतरी
राज्य के आर्थिक विकास का सकारात्मक प्रभाव प्रति व्यक्ति आय पर भी पड़ा है. साल 2000 में जहां प्रति व्यक्ति आय 15 हजार 285 रुपये थी, वह अब बढ़कर 2.60 लाख रुपये हो गई है. यह वृद्धि दर्शाती है कि राज्य की आर्थिक नीतियों ने आम जनता की आय और जीवन स्तर में सुधार किया है. पिछले दो सालों में प्रति व्यक्ति आय में 26 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।