राज्यमंत्री मधु भट्ट का सार्थक प्रयास, हरेला के प्रति समर्पण के साथ मनायी डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की भव्य जयंती…

देश के लिए अमूल्य योगदान देने वाले महानुभावों की जयंती के साथ पर्यावरण को समर्पित “हरेला” जैसे महापर्व का विशेष जुड़ाव पूरे राज्य में एक बेहद महत्वपूर्ण संदेश देता दिखाई दिया, पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ जयंती का एक खास आयोजन देहरादून में देखने को मिला, राज्यमंत्री मधु भट्ट ने कार्यक्रम की सार्थकता को पूरा करते हुए डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती आयोजित की…
देहरादून के संस्कृति प्रेक्षागृह में आज डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के 125 वी जन्म दिवस के उपलक्ष में एक संगोष्ठी एवं हरेला का महापर्व “एक पेड़ माँ के नाम” का आयोजन किया
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी और हरेला प्रकृति वन पर्यावरण पर समाज को जागरूकता पर प्रकाश डालते हुए डेढ करोड वृक्ष लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया। महामंत्री संगठन अजेय कुमार ने अपने वक्तव्य में डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी के संकल्प को मोदी जी ने पूरा किया।
पद्मश्री डॉ. अनिल जोशी ने विश्व में हिमालय बचाने के लिये जमीन और जंगल को सुरक्षित रखना होगा। संघ से वरिष्ठ प्रेम बढ़कोटी ने कहा कि डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी के महत्ता जीवन के विभिन्न पहलुओं कार्यों का उल्लेख किया पद्मश्री श्री कल्याण सिंह रावत ने मैती अभियान के द्वारा वृक्षी के संर्वधन पर प्रोत्साहित किया। पद्मश्री बसन्ती बिष्ट ने गौरा देवी के चिपको आन्दोलन पर गढ़वाली में गीत प्रस्तुत कर सबको भाव विभोर कर दिया।
इस अवसर पर सर्वप्रथम मांगल गीत के रूप में शुरूआत करते हुए बच्चों द्वारा गणेश वन्दना प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम में विधायक रायपुर उमेश शर्मा काउ, राज्यमंत्री प्रताप सिंह पंवार पादप बोर्ड, राज्यमंत्री वीरेन्द्र सेमवाल हस्त शिल्प, राज्यमंत्री सुभाष बड़थ्वाल राज्य आन्दोलनकारी परिषद, मधु मारवाह, मंजू श्रीवास्तव कवि साहित्यकार अनिल, डॉ शैलेन्द्र बृजमोहन सहित अनेक संस्थाओं के अध्यक्ष उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन बलराज नेगी, साधना शर्मा ने संयुक्त रूप से किया।








