ऑपरेशन कालनेमी ने कई को किया बेनकाब तो कुछ निकले धर्मांतरण के स्तंभ, अंजान अपराधियों से धामी सरकार ने किया सचेत…
देहरादून: झूठ का चोला चाहें सफ़ेद हो या लाल उत्तराखंड की धामी सरकार में कोई धोखाधड़ी और धर्मांतरण का धंधा यहां पनपा नहीं सकता है…
उत्तराखंड पुलिस ने ऑपरेशन कालेनेमी को प्रत्येक जिले में सिलसिलेवार ढंग से अंजाम देते हुए कई लोगों को गिरफ़्तार कर उनका आपराधिक इतिहास निकाला, सत्यापन की इस ड्राइव में देहरादून जनपद के एसएसपी अजय सिंह ने जनसुरक्षा को ध्यान में रखकर गम्भीर रूप से मोनिटरिंग करते हुए 922 लोगों का सत्यापन किया और कईयों की गिरफ्तारी हुई… उत्तराखंड पुलिस ने ऑपरेशन कालनेमि के तहत एक्शन लेकर अपराधियों को कड़ा संदेश दिया तो समाज को अंजान अपराध से सचेत भी किया…..
ऑपरेशन कालनेमि का उद्देश्य ऐसे असामाजिक तत्वों की पहचान कर सख्त कार्रवाई करना है, जो अपनी असली पहचान छुपाकर समाज में घुलमिल रहे थे और धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करते हुए ठगी, धोखाधड़ी और धर्मांतरण जैसे अपराधों में शामिल थे। अब तक उत्तराखंड पुलिस ने अभियान के तहत 5500 से अधिक लोगों का सत्यापन किया है। इनमें से 1182 व्यक्तियों पर कार्रवाई की गई, जबकि 14 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हरिद्वार जिले में सबसे ज्यादा 2704 लोगों का सत्यापन हुआ, जिसमें 3 गिरफ्तारियां हुईं। वहीं देहरादून जिले में 922 लोगों का सत्यापन कर 5 लोगों की गिरफ्तारी की गई। अन्य जिलों में भी इसी तरह की कार्रवाई जारी है।
आईजी लॉ एंड ऑर्डर नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि ऑपरेशन कालनेमी ने समाज में सकारात्मक संदेश दिया है। उत्तराखंड पुलिस किसी भी ऐसे तत्व को बर्दाश्त नहीं करेगी, जो देवभूमि की पवित्रता और जनता की आस्था के साथ छल करेगा। उन्होंने साफ किया कि समाज और संस्कृति से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।
