देहदान का संकल्प, सेवापथ पर कैसे दृढ़ संकल्प शक्ति की मिसाल बने होटल व्यवसायी नीरज कुमार? ….

मानव देह सांसारिक जीवन में सेवा का माध्यम बने लेकिन जब आपके शरीर से प्राणशक्ति निकलने के बाद भी आपका शरीर प्राणी मात्र की सेवा में उपस्थित हो और विभिन्न रूपों में सेवा करता रहे ऐसा बहुत कम आमतौर पर सुनने को मिलता है लेकिन हरिद्वार में सेवापथ पर दृढ़ संकल्प शक्ति बनकर एक व्यक्ति हम सभी के समक्ष उदाहरण के रूप में उपस्थित है…
जनपद हरिद्वार के प्रतिष्ठित होटल व्यवसायी नीरज कुमार ने सेवापथ पर संकल्प शक्ति का प्रबल उदाहरण स्थापित कर विवेकानंद जयंती के मौके पर “नर सेवा नारायण सेवा” के महान आदर्श से प्रेरित होकर दधीचि देहदान समिति के सेवादारों की उपस्थिति में अपने आवास (आर. के. एन्क्लेव, आर्य नगर, हरिद्वार) पर “नेत्रदान, अंगदान एवं देहदान” का संकल्प अपनी धर्मपत्नी और पुत्र के समक्ष लिया।
नीरज कुमार का होटल व्यवसाय अपनी प्रमाणिकता और उत्कृष्ट सेवा के लिए उत्तराखंड में प्रसिद्ध है। 62 वर्ष की आयु में भी उनका जीवन ऊर्जा और सक्रियता का उदाहरण है। बैडमिंटन और ट्रैकिंग के प्रति आपकी रुचि यह दिखाती है कि आप स्वस्थ और संतुलित जीवनशैली को महत्व देते हैं। आपकी बेटी आस्ट्रेलिया में विवाहित है पुत्र रचित होटल व्यवसाय में आपके साथ सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
नेत्रदान, अंगदान, देहदान का पुनीत संकल्प समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा और सेवा तथा परोपकार की भावना को सुदृढ़ करेगा।
इस अवसर पर दधीचि देहदान समिति ने नीरज कुमार के इस निर्णय पर हृदय से नमन और अभिनंदन किया उन्होंने कहा कि यह योगदान समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।
