दशकों पुराने गौ हत्या के मुद्दे पर आर-पार की लड़ाई के मूड़ में शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद, तय हुआ बिहार प्लान…
बिहार चुनाव की राजनीति में दशकों से सुलगते सवाल का चरम देखने को मिल सकता है क्योंकि खुद शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद इस मामले को विधानसभा चुनाव से पहले जन आंदोलन के रूप में परिवर्तित करते दिखाई पड़ेंगे, युगों- युगों से हिंदू आस्था की प्रतीक, धर्म संस्कृति की पहचान गौ माता को लेकर स्वयं शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने चुनाव से पहले पूर्ण स्पष्टीकरण के साथ गौ रक्षा को लेकर बड़े ऐलान कर दिये है शंकराचार्य के ऐलान राजनीतिक दलों में खलबली मचा चुके है क्योंकि गौ रक्षा पर दशकों से चल आ रहे संघर्ष को लेकर अब शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद राजनीतिक दलों के साथ आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है… जानिए शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का बिहार प्लान…
बिहार चुनाव में गौरक्षा के लिए पडेगा सनातनी हिन्दुओं का वोट
ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने मुम्बई के बोरीवली कोराकेन्द्र में आयोजित गोसंसद के प्रदेश प्रभारियों की बैठक में कहा कि सनातन धर्म में गोहत्या महापाप है। गोहत्या करने वाले को समर्थन देने वाले को भी यह पाप लगता है इसलिये सत्ता में आकर गौहत्या करने वाले राजनीतिक दलों को मत देकर उन्हें सत्ता में लाने वाले मतदाताओं को भी गौहत्या का पाप लग रहा है। हिन्दुओं को इससे बचने और अपने मताधिकार का सही प्रयोग करने की आवश्यकता है। हमारे शास्त्र हमें बताते हैं कि गोमाता सर्वदेवमयी है।इनकी पूजा करने से 33 करोड देवी-देवताओं की पूजा एक साथ हो जाती है।इनका स्थान सर्वोपरि है। तभी तो सनातन धर्म में देवता और गुरु के लिए नहीं,अपितु गौमाता के लिए पहली रोटी (गो-ग्रास) निकालने का नियम है।
उन्होंने कहा कि हमारे देश का यह भी गौरवपूर्ण इतिहास रहा है कि चक्रवर्ती सम्राट् दिलीप,भगवान् राम और भगवान् कृष्ण ने भी गोसेवा की है। परन्तु बहुसंख्यक गौ-पूजक सनातनियों के इस देश में आज गौमाता की हत्या हो रही है,जो हम सबके लिए कलंक है। इसी कलंक को भारत की भूमि से मिटाने के लिए पूर्व में भी अनेक सन्तों ने गोरक्षा आन्दोलन किया था। तब से अब तक अनेक सरकारें आयीं,लेकिन किसी ने भी गोहत्या बन्दी की उद्घोषणा नहीं की,बल्कि गोहत्या को बढ़ावा ही देती रहीं।

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने नारा दिया कि –
करे जो गोमाता पर चोट, हम कैसे दें उसको वोट ?
हमारा धर्म हमें यह भी सिखाता है कि यदि हम गलत करने वाले का समर्थन करते हैं,तो हमें भी उस गलत कार्य को करने का पाप भोगना पडता है। यदि कोई सरकार गौहत्या कर रही हो और हम उसे वोट देकर अपना समर्थन देते हैं तो उसके द्वारा किये जा रहे गोहत्या का पाप हमें भी लगेगा। इसीलिए हम गोभक्त सनातनी हिन्दुओं से यह कहना चाहते हैं कि आप गोहत्यारी पार्टियों को अपना अमूल्य वोट देकर गोहत्या के महापाप के भागी न बनें। देश में होने वाले चुनाव में कौन-सी पार्टी कब सत्ता में आयेगी, यह कभी भी पहले से नहीं कहा जा सकता। इसलिए आप सब यह स्पष्ट निर्णय कर लें कि जिस भी पार्टी की सरकार बने, उसे शपथ-ग्रहण करते ही सबसे पहला कार्य गौहत्या बन्द कराकर गाय को राष्ट्रमाता घोषित करना होगा। आपके द्वार पर जो भी वोट लेने आये,उनसे आप यह कह सकते हैं कि गौहत्या न करने का शपथ-पत्र लिखित रूप से देने पर ही वोट दिया जायेगा, ताकि आपको स्वयं गोहत्या का पाप न लगे।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद इस समय मुम्बई में चातुर्मास्य व्रत कर रहे हैं। भाद्रपद पूर्णिमा को सीमोल्लंघन के बाद वे मध्य प्रदेश के परमहंसी गंगा आश्रम में अपने ब्रह्मलीन द्विपीठाधीश्वर स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती महाराज के आराधना महोत्सव के लिए प्रस्थान करेंगे और वहाँ से वे सीधे बिहार के लिए रवाना होंगे।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के आगमन से पहले गौभक्त सेना पूरे बिहार में गाय के प्रत्याशी को वोट देने को प्रेरित करेगी और शंकराचार्य खुद बिहार के हर जिले का दौरा कर गोमतदाता संकल्प सभा को सम्बोधित करेंगे।
