गज़लों की महफ़िल, ग्राफिक एरा ने सफलतापूर्ण रूप से पूरे किए 32 वर्ष, डॉ कमल घनशाला ने गढ़ी सफलता की कहानी…
शिक्षाविद डॉ कमल घनशाला की मेहनत और लगन ने शिक्षा जगत को ऐसा संस्थान समर्पित किया जिसके ज्ञान के प्रकाश ने देश विदेश में लाखों छात्रों के जीवन को प्रकाशित कर दिया…
विश्व के सफ़लतम संस्थानो में शुमार ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के स्थापना दिवस समारोह पर आयोजित कार्यक्रम में एक्टर और ग़ज़लकार तलत अज़ीज़ ने अपनी गजलों से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया..
कैसे सुकून पाऊं, तुझे देखने के बाद… से शुरु हुई आवाज़ श्रोताओं को भाव विभोर कर गयी
तलत अज़ीज़ ने वह गजल भी सुनाई, जिससे उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत की थी- “कैसे सुकून पाऊं, तुझे देखने के बाद, आवाज दे रही है मेरी जिंदगी मुझे, जाऊं के न जाऊं तुझे देखने के बाद…
समारोह की शुरुआत में ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने 32 वर्षों के ग्राफिक एरा के सफर पर प्रकाश डाला…



